एक गुल्लक के मुख से यह कही गई है। एक गुल्लक के मुख से यह कही गई है।
अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दवा भी तुम बनोग अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दव...
कभी मेरी रूह कांपती है, ये सोच कर कि, मरने के बाद मै कहाँ रहूंगा ? कभी मेरी रूह कांपती है, ये सोच कर कि, मरने के बाद मै कहाँ रहूंगा ?
इस वीराने में इस वीराने में
इस संसार में इस संसार में
ये कविता महज़ एक आत्मा की उत्पत्ति है ये कविता महज़ एक आत्मा की उत्पत्ति है